करगिल विजय दिवस

अमरदीप जौली

आज के दिन रणवीरों ने

बढ़ाया भारत की शान को,

घुटनो के बल बैठा दिया

नापाक पाकिस्तान को …(2)

हाथ में तिरंगा सिर पर काल

सीने में गोली रक्त में उबाल,

आँखों में जलते अँगारे

रण में निर्भय सिंह सी चाल,

देख पराक्रम काँपा जल थल

प्राणों की भिक्षा माँगे अरिदल,

कारगिल को कब्जाने की

दुष्टों की कुचेष्टा हुई निष्फल …(2)

देव धरा से असुर निवारण

युगों से भारत की रीत है,

99 की पराजय के बाद

पाक आज भी भयभीत है …(2)

दोबारा ऐसा दुस्साहस हुआ तो

बुरी तरह से पिट जाएगा,

दुनिया के नक्शे से सदा के लिए

पाकिस्तान ही मिट जाएगा …(2)

सौरव

Leave a comment
  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn
  • Email
  • Copy Link
  • More Networks
Copy link
Powered by Social Snap