रोग प्रतिरोधी शक्ति बढ़ाने वाले :- मूली के पत्तों में भरपूर मात्रा में लोहा और फॉस्फोरस पाए जाते हैं। जो शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति को बढ़ाने में काफी मदद करते हैं। यह एनीमिया और हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है।
पाचन क्रिया सुधारे :- पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए रेशों का सेवन बहुत जरूरी होता है और मूली के पत्ते में फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। अगर पाचन क्रिया कमज़ोर है तो रोजाना मूली के पत्तों से बने रस को पिएं।
रक्तचाप की समस्या :- निम्न रक्तचाप के मरीजों के लिए मूली के पत्तों का रस बहुत फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें मौजूद सोडियम की मात्रा शरीर में नमक की कमी को पूरा करती है और इस समस्या को ठीक करती है।
रक्त शोधक:- मूली के पत्तों में खून साफ करने का गुण होता है। जिस वजह से चमड़ी पर दाने, खुजली, फुंसियां, पिंपल्स नहीं होते।
बवासीर :- मूली के पत्ते के सेवन से शरीर में इंप्लामेशन की समस्या दूर होती है। ऐसे में बवासीर की समस्या को दूर करने के लिए मूली के पत्तों के रस का इस्तेमाल किया जा सकता है।
थकान : अगर शरीर अकसर थका हुआ रहता है, तो मूली के पत्तों का प्रयोग शुरू कर देना चाहिए। इसमें उच्च मात्रा में मौजूद लोहा और फास्फोरस शरीर की रोग प्रतिरोधी शकित को बढाने के लिए जाना जाता है। वहीं विटामिन सी, विटामिन ए, थियामिन जैसे मिनरल्स भी थकान से निपटने में मदद करते हैं।
पीलिया: मूली के पत्तों में पीलिया जैसे रोगों का इलाज करने का गुण है। पीलिया जब व्यक्ति का शरीर पीला पड़ जाता है, इस स्थिति में मूली के पत्ते बहुत असरदार होते हैं। जानकारी अनुसार मूली के पत्तों का उपयोग खून के भीतर ऑक्सीजन की आपूर्ति को ‘बेहतर ‘बनाने के लिए होता है, जो त्वचा का पीलापन हटाते हैं। पीलिया के लक्षण दिखने पर इसकी पत्तियों को कुचलें और इसक अर्क को छलनी से छान लें। इस रस को रोजाना दस दिनों तक पीएं। पीलिया एकदम ठीक जाएगा।
गठिया रोग: गठिया में घुटनों में सूजन ‘की वजह से व्यक्ति का चलना तो दूर, कुछ देर खड़ा होना भी मुश्किल हो जाता है। मूली में बहुत सारे पोषक त्त्व और विटामिन होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाने के लिए काफी हैं। मूली के पत्तों के अर्क को समान मात्रा में चीनी और पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को घुटनों के जोड़ों पर लगाने से दर्द में बहुत आराम मिलेगा।
मधुमेह :- मूली के पत्ते मधुमेह रोगियों के लिए ‘बहुत फायदेमंद है। रोगी को इन्हें अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। इनमें ऐसे कई गुण हैं, जो रक्त शर्करा स्तर ‘को कम करके मधुमेह को ‘बढ़ने से रोकते हैं।