गुजरात में महिलाओं के बीच फिटनेस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए भारत का पहला saree walkathon सूरत में आयोजित किया गया था. Saree Walkathon में मिनी इंडिया झलक रहा था. भारतीय सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करने वाले saree walkathon में विभिन्न राज्यों से 15 हजार से भी अधिक महिलाएं साड़ी पहनकर आई थीं.
साड़ी भारत की संस्कृति और भारतीय महिलाओं की पहचान है. भारत की विभिन्न प्रकार की साड़ी दुनिया भर में प्रसिद्ध है. सूरत शहर पूरे भारत में कपड़ा उद्योग के लिए भी जाना जाता है.
योग गरबा की ताल के साथ शुरू हुए इस अनोखे वॉकथॉन में विभिन्न राज्यों की महिलाओं ने संबंधित प्रांत के डिजाइन, स्टाइल और रंग से मेल खाती साड़ियां पहनी. जिसमें हरियाणा, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों की तुसार, गिचा, मधुबनी पेंटिंग साड़ियां, कांथा, कोसा सिल्क, फुलकारी, पटोला, डबल इकत, टंगलिया, अश्वली, चंदेरी, कॉटन बॉमकाई, कोटपड, पोचेमप्ली, बनारसी, जामावर (बनारसी), लहेरिया, गोता पट्टी, बांधनी अन्य साड़ियों ने भारत की विशाल और विविध सांस्कृतिक और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत किया.