ब्रिटेन के लिसेस्टर चुनाव: संगठित शक्ति का परिणाम

अमरदीप जौली

ब्रिटेन में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा परंतु हारने के बावजूद एक जीत लिस्टर से जीती शिवानी राजा की विशेष है । यहां संगठित हिंदुओं ने हिंदू विरोधी शक्तियों को सबक सिखाया।
       ब्रिटेन के लिसेस्टर में कंजरवेटिव पार्टी की जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लेबर पार्टी का गढ़ रहा है मगर यह वही स्थान है जहां पर पाकिस्तानियों ने पाकिस्तान टीम के मैच जीतने पर भारतीय लोगों के साथ बर्बरता और हिंसा की थी और यह सब होने के बावजूद तब लेबर पार्टी की संसद कालाडिया वेब ने हिंदुओं को ही दोषी ठहराया था।
       सांसद कालाडिया ने हिंदुओं का साथ देने की बात तो दूर उल्टा उन्हें ही  दोषी ठहराते हुए उनके साथ खड़ी नहीं हुई और यहां तक कह दिया कि यह अराजक तत्व है यहां का हिंदू समुदाय क्लाडिया वेब लेबर पार्टी की संसद से क्षुब्ध था उनके मन के घाव ताजा रहे और नतीजा यह रहा कि सारे देश में ब्रिटेन में विजय होने के बावजूद लेबर पार्टी की संसद लिसेस्टर में हार गई और यहां से कंजरवेटिव पार्टी की संसद शिवानी राजा ने जीत प्राप्त की। 
    क्योंकि शिवानी राजा ने कहा कि मुसीबत के समय ऐसा कोई भी नहीं था जिसके साथ लोग अपने आप को जोड़ पाते हैं लोग पूर्व सांसद से नाखुश थे दंगों के दौरान उसने उनके साथ नहीं दिया उल्टा उन्हें को दोषी ठहराया हालांकि लेबर पार्टी ने हिंदुओं की नाराजगी को कम करने के लिए यहां से बाद में प्रत्याशी बदलकर राजेश अग्रवाल को चुनाव लड़ाया जो लंदन के उप महापौर भी रह चुके हैं। 
      परंतु प्रत्याशी बदलने के बावजूद  हिंदुओं का गुस्सा कम नहीं हुआ और शिवानी राजा जो हिंदू  मूल्य पर गर्व करती है और अपनी हिंदू जड़ों के साथ  से खड़ी रहती है और जिसने चुनाव जीतने के बाद श्रीमद् भागवत गीता को साक्षी मानकर शपथ ली ऐसी अपनी हिंदू महिला को चुनाव जिताया।

साभार: श्री राम गोपाल जी

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