मोगा 29 दिशम्बर 2024 – धर्म जागरण मंच मोगा की ओर से आज शहीदी पार्क मोगा में वीर बाल दिवस के अवसर पर धर्म रक्षा सम्मेलन करवाया गया । जिसमें मुख्य वक्ता के नाते आये प्रोफेसर सरचांद सिंह ख्याला ने धर्म की व्याख्या करते हुए कहा की हमारे देश में धर्म भगवान से मिलने का माध्यम रहा है परन्तु दुर्भाग्य से आज ईसाई संस्थाएं लोगो को डरा धमका कर लालच देकर धोखे से धर्म परिवर्तन करा रही हैं जो की कानून की दृष्टि से अपराध है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले को बताते हुए कहा कि धर्म परिवर्तन विश्वास का विषय है गुप्त लक्ष्य के लिए जैसे नौकरी या विवाह आदि के लिए धर्म परिवर्तन संविधान के खिलाफ है । संविधान किसी व्यक्ति को दुसरे व्यक्ति का धर्म परिवर्तन कराने का अधिकार नहीं देता। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि इसी प्रकार धर्म परिवर्तन होता रहा तो भारत का बहुसंख्यक समाज एक दिन अल्पसंख्यक हो जाएगा।
प्रोफेसर साहब ने पंजाब में धर्म परिवर्तन पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए कहा की 2011 में जहां पंजाब में सिर्फ साढ़े तीन लाख ईसाई थे वहीं आज इनकी संख्या लगभग 50 लाख बताई जा रही है। पंजाब के सरहदी इलाको में धर्मांतरण की गति बहुत तेज है ।
इसकी गम्भीरता को लोग समझने लगे है इसलिए अब इनका विरोध भी शुरू हो गया है। गांव गांव में इसके खिलाफ समाज खड़ा हो रहा है । उन्होंने पंजाब की गुरु परंपरा में धर्म रक्षा के लिए दिये गए बलिदानओं की चर्चा करते हुए आह्वाहन किया कि हम सब गुरुओं के दिखाए रास्ते पर चलकर समाज को धर्म की रक्षा के लिए जागरूक करें उन्होंने पँजाब सरकार से धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून बनाने की अपील भी की।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वामी जुगराज सिंह जी ने लोगों को प्रेम के आधार पर जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने गुरबाणी का जिक्र करते हुए कहा “जिन प्रेम क्यों तिन ही प्रभु पायो” प्रभु को प्रेम से प्राप्त किया जा सकता है।
धर्म जागरण पंजाब प्रांत के प्रमुख राम गोपाल ने धर्म रक्षा सममेलन की भूमिका रखते हुए कहा की धर्म रक्षा व्यक्तिगत विषय है इसलिए हमें तीन स्थानों पर विचार करना पड़ेगा। सबसे पहले अपने परिवार को धर्म से जोड़ना यानी साहित्य से जोड़ना पड़ेगा , प्रतिदिन घर में धार्मिक साहित्य का अध्ययन किया जाए।
दूसरा अपने गली मोहल्ले के लोगों को मोहल्ले के धर्मिक स्थान पर सप्ताह में एक दिन एकत्रित किया जाए और वहां उन्हें धर्मिक शिक्षा दी जाए तथा गली मोहल्ले के लोगों की समस्याओं के सामाधन का भी प्रयास किया जाए उस मोहल्ले के लोगों को लगे की मंदिर जाने से हमारी समस्याओं का सामाधन हो रहा है।
तीसरा अपने कार्य स्थल पर भी हमें अपने कर्मचारियों सहयोगियों का ध्यान रखना होगा । अपने कार्य स्थल का वातावरण धार्मिक हो इसके लिए वहां पर साप्ताहिक धर्मिक आयोजन करना चाहिए। समय समय पर उनकी समस्याओं के सामाधन के लिए भी प्रयास करना चाहिए।
इस प्रकार हर व्यक्ति अपना परिवार, अपना मोहल्ला तथा अपने कर्मचारियों की चिंता व संभाल करेेगा तो उससे उसके धर्म की रक्षा भी होगी और वह अपना धर्म पालन भी कर सकेगा।
हमारे यहां कहा गया है धर्मों रक्षित रक्षितः आप धर्म की रक्षा कीजिए धर्म आपकी रक्षा करेेगा। हमारे पुरुखों के बलिदान के कारण हम आज है उन्ही से प्रेरणा लेकर हम धर्म पालन और धर्म रक्षा में डट जाए।
इस अवसर पर मोगा नगर के अनेकों प्रतिष्ठित सज्जन व माताएं – बहने कार्यक्रम में उपस्थित हुई और सब ने इकठ्ठे जमीन पर बैठकर लंगर प्रसाद ग्रहण किया तथा धर्म रक्षा का संकल्प लिया।
धर्म परिवर्तन संविधानिक दृष्टि से अपराध है – प्रो. सरचांद सिंह ख्याला
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