हिमाचल के लिए गर्व की बात कि जिला मंडी में करसोग से सम्बंध रखने वाले नेक राम शर्मा को भारत सरकार द्वारा “पदम् श्री” पुरस्कार से सम्मानित किया है। इनको यह सम्मान हिमाचल की पारम्परिक फसलों को प्राकृतिक तरीके से उगाने के लिए दिया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस पर देशभर के 91 व्यक्तियों को उनके बेहतरीन कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है और ये हिमाचल से एक मात्र व्यक्ति है जिनका चयन इस बार पद्मश्री लिए हुआ है। देशभर के 91 व्यक्तियों को उनके बेहतरीन कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया गया और नेकराम शर्मा हिमाचल से एक मात्र व्यक्ति है जिनको पद्मश्री प्राप्त हुआ।
पूरे हिमाचल को एवं हर हिमाचल वासी को नेक राम पर गर्व है। यह बड़े गर्व की बात है कि नेक राम शर्मा को भारत सरकार द्वारा पदम् श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया, इनको यह सम्मान हिमाचल की पारम्परिक फसलों को प्राकृतिक तरीके से उगाने के लिए गया है। हिमाचल में नौ अनाज पारंपारिक फसल प्रणाली को उन्होंने पुनर्जीवित किया है वह प्रेरणादायक है । नेकराम शर्मा प्राकृतिक खेती के अंतर्गत गेहूं, मक्खी, बाजरा, जौ, सब्जियों और आम की पैदावार करते हैं। पूरे देश में 91 व्यक्तियों को पद्मश्री प्राप्त हुआ और हिमाचल से एक पद्मश्री प्राप्त होना हिमाचल के लिए गौरव का विषय है। प्राकृतिक खेती के माध्यम से पानी के उपयोग में 50% की कटौती होती है और वही भूमि की ऊर्जा बढ़ती है।
नेकराम शर्मा स्थानीय स्वदेशी बीजों का उत्पादन कर 6 राज्यों में 10000 से अधिक किसानों को बिना किसी शुल्क के वितरित कर इस खेती को अन्य प्रदेशों में भी बढ़ावा दे रहे हैं। आने वाले समय में प्रदेश और देश के लाखों किसान प्राकृतिक खेती से जुड़ेंगे और देश में इस खेती में नई दिशा मिले। प्राकृतिक खेती से देश, प्रदेश और जनता को अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं, नेकराम शर्मा ने भी अपने अद्भुत परिश्रम से इस खेती को हिमाचल प्रदेश में नई दिशा दी है और पूरे देश के लिए प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरे।