सुरक्षा बलों के अभियान के समक्ष नक्सल आत्मसमर्पण

अमरदीप जौली

रायपुर (छत्तीसगढ़): सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ अभियान में निरंतर सफलता मिल रही है. कुछ दिन पहले ही 12 नक्सलियों को मार गिराने के पश्चात अब 30 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. बीजापुर में नक्सल विचारधारा से क्षुब्ध और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 39 लाख रुपये के इनामी 9 नक्सलियों सहित 30 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. इस वर्ष अब तक 76 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. और 180 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है.
दो नक्सलियों मुन्ना हेमला उर्फ चंदरू पर 18 और मुन्ना पोटाम पर  6 स्थाई वारंट लंबित हैं. पुलिस के अनुसार नक्सलियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा और प्रताड़ना से तंग 30 नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया‌ है.
आत्मसमर्पण करने वाले ईनामी नक्सलियों के नाम ….
1- मिटकी ककेम ऊर्फ सरिता मिलिट्री कंपनी नंबर 2 पीपीसीएम, ईनाम – 8 लाख.
2 – मुरी मुहंदा ऊर्फ सुखमति प्लाटून नंबर 32 पीपीसीएम, ईनाम – 8 लाख.
3 – रजिता वेट्टी ऊर्फ रामे प्लाटून नंबर 4 सदस्य, ईनाम 5 लाख.
4 – देवे कोवासी प्लाटून नंबर 32 सदस्य, ईनाम 5 लाख.
5 – सीनू पदम ऊर्फ चिन्ना बटालियन नंबर 1 सदस्य, ईनाम- 5 लाख.
6 – आयता सोढ़ी प्लाटून नंबर 32 सदस्य, ईनाम 5 लाख.
7 – आयतु कारम आरपीसी अध्यक्ष, ईनाम 1 लाख.
8 – मुन्ना हेमला ऊर्फ चंदू आरपीसी अध्यक्ष, ईनाम – 1 लाख.
9 – आयतु मिड़ियम ऊर्फ वर्गेश आरपीसी सदस्य/डीएकेएमएस अध्यक्ष, ईनाम – 1 लाख.
सभी ने नक्सल संगठन छोड़ने का कारण उपेक्षा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार और नक्सलियों द्वारा आदिवासियों पर किए जा रहे अत्याचार से त्रस्त होना बताया है. इन्हें उत्साहवर्धन के लिए आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है.

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